इस योगिनी साधना से विभिन्न प्रकार की सिद्धियाँ प्राप्त हो सकती हैं जैसा हनुमान जी को माता सीता ने प्रदान की थी चमत्कारिक साधनों द्वारा 'अलौकिक शक्तियों का अर्जन' ; जैसे - दिव्यदृष्टि, उड़ना, एक ही समय में दो स्थानों पर उपस्थित होना, अपना आकार परमाणु की तरह छोटा कर लेना, पूर्व जन्म की घटनाओं की स्मृति प्राप्त कर लेना, आदि। माध्वाचार्य के सर्वदर्शनसंग्रह में भी 'सिद्धि' इसी अर्थ में प्रयुक्त हुआ है।