विशेष रूप से इसकी साधना नवरात्रि में करके कैसे आप इन्हें सिद्ध कर सकते हैं और इनकी शक्ति से अपने जीवन के हर प्रकार के संकट को नष्ट कर सकते हैं।इस साधना को करने के लिए नवरात्रि सर्वोत्तम अवसर माना जाता है। इस देवी की कृपा प्राप्ति होने पर भगवान शिव और माता पार्वती दोनों लोगों की कृपा भी प्राप्त होती है। इन्हें अत्यंत गोपनीय योगिनी शक्ति के रूप में जाना जाता है। इनकी साधना और पूजा सदैव के लिए कल्याणकारी मानी जाती है। जीवन में आए हुए किसी भी भयानक संकट विभिन्न प्रकार के क़र्ज़ मुक्ति। विभिन्न प्रकार की कोई बड़ी समस्या अगर जीवन में आ गई है तो? पिनाकी उस समस्या को सदैव के लिए समाप्त कर देती हैं यह अभी!
माता पार्वती के समान ही त्रिशूल धारण की अवस्था में दर्शन देती हैं। इनकी साधना माता के रूप में ही करनी चाहिए।इनकी कृपा से साधक विभिन्न प्रकार की सिद्धियां और संकटनाशक होते हैं, जिनमें त्रिकाल दर्शन विधि साधकों को प्राप्त होती है। तीनों प्रकार के। रोग नष्ट होते हैं। माता भगवती। पार्वती की कृपा प्राप्त होती है, भगवान शिव की कृपा प्राप्ति होती है। मृत्यु के बाद शिवलोक की प्राप्ति होती है।