गोपनीय सिद्धि में वायुगमन तक की सिद्धि मिल जाती है धीरे-धीरे साधक के जीवन की दरिद्रता पूर्णत: समाप्त हो जाती है। साधक के जीवन में शत्रु, भय, रोग, बाधा जैसी समस्या नहीं रहती। छिन्नमस्ता साधना सौम्य साधना है, इसे करने से किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता और आज के भौतिक युग में इस साधना की नितान्त आवश्यकता है। इस साधना के द्वार साधक जहां पूर्ण भौतिक सुख प्राप्त कर सकता है, वहीं वह आध्यात्मिक क्षेत्र में भी पूर्णता प्राप्त करने में समर्थ होता है। साधक के कई जन्मों के पाप कट कर वह निर्मल हो जाता है। यह साधना अत्यधिक सरल, उपयोगी और आश्चर्यजनक सफलता देने में समर्थ है।