वास्तव में ही यह अत्यन्त गोपनीय प्रयोग है, अतः यह प्रयोग सामान्य व्यक्ति को, निन्दा करने वाले को, तर्क करने वाले दुराचारी को नहीं देना चाहिए और न इसकी विधि समझानी चाहिए। अगर आराधना। तृतीया में। कोई करता है? तो यह साधक को। सीधे स्वर्ण मुद्राएं भी प्रदान कर सकते है। अगर कोई व्यक्ति इनकी साधना में सफल हो जाता है। तो? कुबेर उसे प्रसन्न होकर सब कुछ प्रदान करते है।यह साधना कभी भी असफल नहीं जाती हैं। आपको किसी ना किसी रूप में धन लाभ अवश्य वर्ष भर में होता ही है। जीवन की चिंताओं से मुक्ति। आज के इस भौतिक युग में जो साधक इस साधना पथ का जप प्रारंभ करेगा वह व्यक्ति/साधक कभी निर्धन नहीं रह सकता। आॢथक समृद्धि व लक्ष्मी प्राप्ति के लिए यह अचूक साधना है।