यक्षिणी काम सुख /रति सुख, धन वैभव के साथ वशीकरण शक्ति प्रदान करती हैं यह यक्षिणी साधक की सारी आर्थिक तंगी को दूर कर उसे आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है.अगर ये प्रसन्न हो जाये तो साधक कुबेर की तरह जीवन जीता है.|यह साधक की आर्थिक उन्नति में सहायक होती है | प्रेम और कामसुख देने में इसकी बराबरी कोई यक्षिणी नहीं करती है भगवान शिव का दत्तात्रेय को कथन है कि मेरी प्रिय रतिप्रिया यक्षिणी साधना में न तो अंगन्यास है, न करन्यास और न छन्द है, यदि कुबेर का मंत्र न भी हो तो भी इसकी पूजा साधना करने से पूर्ण फल अवश्य प्राप्त होता है।इसलिए इसकी साधना सभी करना चाहते हैं